Varn Vichar in Hindi : भाषा किसी अन्य व्यक्ति से बात करने का एक साधन है जो हमें दूसरों के साथ बात करने में मदद करती है। हम सभी जानते हैं कि भाषा अक्षरों, शब्दों और वाक्यों से मिलकर बनती है, लेकिन क्या आपने कभी विचार किया है कि इन अक्षरों का महत्व क्या है? यहाँ हम वर्ण विचार के बारे में चर्चा करेंगे, कि वर्ण विचार किसे कहते हैं?

वर्ण विचार हमें सही, स्पष्ट और प्रभावशाली भाषा प्रदान करने में सहायता करता है और इससे हम अपने विचारों को दूसरों के साथ साझा करने में समर्थ बनते हैं। इसके साथ ही भारत की विभिन्न सरकारी परीक्षाओं में भी वर्ण विचार से प्रश्न पूछे जाते है इसलिए इसे समझना उन उम्मीदवारों के लिए भी आवश्यक है। 

इस ब्लॉग पोस्ट में, हम वर्ण विचार किसे कहते हैं? गहराई से समझेंगे और जानेंगे कि यह हमारे कम्युनिकेशन स्किल में कैसे सुधार ला सकता है। आइए, Varn Vichar Kise Kahate Hain से हम इस लेख की शुरुआत करते है…

Varn Vichar Kise Kahate Hain?

वर्ण विचार का आसान शब्दों में मतलब है भाषा में प्रयुक्त अक्षरों की व्यापारिक संरचना को समझना। प्रत्येक वाक्य में हर अक्षर अपनी विशेषता रखता है, जो हमें किसी अन्य से बात करने में मदद करता है। इससे न केवल हमारी भाषा संरचित और सुंदर बनती है, बल्कि हम दूसरी भाषाओं को भी समझने और सीखने में सक्षम होते हैं।

Varn Vichar ki Paribhasha : भाषा में प्रयुक्त सबसे छोटी ध्वनि को ही वर्ण के रूप में जाना जाता है। 

बोलते समय हमारे मुख से जो भी ध्वनियाँ उत्पन्न होती है एंव उन्हें लिखने के लिए जिन चिह्नों का इस्तेमाल किया जाता है उन्हें वर्ण कहा जाता है। वर्ण हमारे मुख से निकालनी सबसे छोटी ध्वनि होती है जिसके और टुकड़े नहीं हो सकते है। इसे भाषा की सबसे छोटी इकाई के रुप में जाना जाता है। 

आइए, इसे उदाहरण की मदद से समझते है,

  • वाक्य – रानी गाना गा रही है। 
  • शब्द – रानी, गाना, गा, रही, है। 

वर्ण –

  • रा + अ + न + ई = रानी
  • ग + आ + न + आ = गाना
  • ग + आ = गा
  • र + अ + ह + ई = रही
  • ह + ऐ = है

Varn Vichar

अभी तक आप वर्ण विचार किसे कहते हैं? समझ गए होंगे, लेकिन अभी आपको इसके अन्य पहलुओं को भी समझना आवश्यक है इसलिए अभी समझते है कि वर्णमाला किसे कहते है?

वर्ण के भेद

वर्ण को मुख्य रूप से दो भागो में विभाजित किया गया है जो इस प्रकार है : 

  1. स्वर 
  2. व्यंजन

स्वर  (Sawar Akshar in Hindi)

स्वर : ऐसे वर्ण जिनका उच्चारण करने के लिए हमें किसी अन्य वर्ण की आवश्यकता नहीं होती है अथार्त जिन वर्णो का उपयोग स्वतंत्र रूप से किया जाता है उन्हें स्वर कहा जाता है। हिंदी व्याकरण में कुल 11 स्वर होते है जो इस प्रकार है : 

अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ

स्वर के भेद (Kind of Vowels)

हिंदी व्याकरण में स्वर को भी तीन भागो में विभाजित किया गया है जिन्हे आप नीचे देख सकते है :

Kind of Vowels

ह्रस्व स्वर : ऐसे स्वर जिनके उच्चरण में सबसे कम समय लगता है उन स्वरों को ह्रस्व स्वर कहा जाता है ह्रस्व स्वर के लघु स्वर के रूप में भी जाना जाता है। 

  • हिंदी व्याकरण में शामिल ह्रस्व स्वर है – अ, इ, उ,

दीर्घ स्वर : ऐसे स्वर जिनके उच्चरण में ह्रस्व स्वर की तुलना में दोगुना समय लगता है उन्हें दीर्घ स्वर के रूप में जाना जाता है। 

  • हिंदी व्याकरण में शामिल दीर्घ स्वर है – आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ,

प्लुत स्वर : ऐसे स्वर जिनके उच्चारण में ह्रस्व स्वर की तुलना में तीन गुना समय लगता है उन्हें प्लुत स्वर कहा जाता है। प्लुत स्वर का उपयोग किसी को दूर से बुलाने या पुकारने के लिए किया जाता है। 

व्यंजन (Vyanjan in Hindi)

व्यंजन वह अक्षर होते हैं जो हमारी जीभ की मदद से बोले जाते हैं। ये अक्षर हमें शब्दों की ध्वनि को प्रकट करने में मदद करते हैं। जब हम किसी शब्द का उच्चारण करते हैं, तो हम जीभ को विशेष स्थान पर रखते हुए व्यंजन की ध्वनि बनाते हैं।

इसे आप नीचे दिए गए उदाहरण की मदद से समझ सकते है:

  • “क” – कबूतर
  • “ख” – खरगोश
  • “ग” – गमला
  • “घ” – घर
  • “च” – चाँद
  • “छ” – छतरी
  • “ज” – जहाज़
  • “झ” – झील
  • “ञ” – ञंजर
  • “ट” – टमाटर

व्यंजन हमें शब्दों का सही उच्चारण करने में मदद करते हैं, जिससे हमें सही अर्थ समझने में आसानी होती है। इन अक्षरों की सही पहचान हमें किसी से सही ढंग से बात करने में मदद करती है।

निष्कर्ष

“वर्ण विचार किसे कहते हैं?” ब्लॉग लेख के माध्यम से हमने देखा कि ‘वर्ण विचार’ हमारी भाषा और बात करने की कला में कितना महत्वपूर्ण है। वर्ण विचार हमें सही और स्पष्ट भाषा में विचार को प्रस्तुत करने में मदद करता है। यह हमें अन्य भाषाओं को समझने में भी सक्षम बनाता है।

इस लेख की मदद से हमने जाना कि वर्ण विचार सिर्फ बच्चों के लिए नहीं है बल्कि उन लोगो के लिए भी बहुत उपयोगी है सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे है क्योंकि ऐसा देखा गया है कि वर्ण विचार से संवधित विभिन्न सबालों को परीक्षा में पूछा गया है। इसलिए, आपसे से अनुरोध है कि वर्ण विचार किसे कहते हैं और वर्ण विचार की महत्वपूर्ण भूमिका को समझें।