आपने कभी न कभी शेयर मार्केट का नाम जरुर सुना होगा, और आपकी भी जानने की इच्छा हई होगी, कि आखिर ये शेयर मार्केट क्या है(Share Market Kya Hai). इसलिए आज हम इस लेख में शेयर मार्केट की बारे में अच्छे से समझेंगे कि शेयर मार्केट क्या है और शेयर मार्केट की शुरुआत कैसे हुई।
किसी ने क्या खूब कहा है, “आप कितना बचत करते हैं ये मायने नही रखता, आप उस बचत को कहां निवेश करते हैं, यह मायने रखता है।“
जब हम अपने पैसे को निवेश करने की बात करते हैं, तो सबसे बड़ा निवेश स्टॉक मार्केट में होता है। आमतौर पर, हम अपनी बचत को बैंक में जमा करते हैं या उसका बीमा करवाते हैं, लेकिन हमें यह जानने की जरूरत है कि वास्तव में हमारे पैसे कहां जा रहे हैं।
शेयर मार्केट एक ऐसी जगह है जहां लोग शेयर खरीदने और बेचने के लिए आते हैं। शेयर खरीदने से लोग उस कंपनी के हिस्सेदार बन जाते हैं। यदि वह कंपनी फायदे में होती है, तो उसके हिस्सेदारों को भी लाभ होता है। इसके अलावा, शेयर मार्केट के माध्यम से निवेशक अपने पैसे का उपयोग उन कंपनियों में कर सकते हैं जो उन्हें अधिक लाभ दे सकती हैं।
इसलिए, शेयर मार्केट को समझना बहुत महत्वपूर्ण है। इससे पहले कि आप इसमें निवेश करें, आपको इसके बारे में समझना आवश्यक होगा कि यह कैसे काम करता है और क्या है इसके फायदे और नुकसान।
शेयर मार्केट क्या है यह समझने से पहले आपको समझना होगा, कि फाइनेंसियल मार्केट क्या है और कैसे काम करता है। इसलिए पहले फाइनेंसियल मार्केट को समझते है।
वित्तीय बाजार(Financial Market) की परिभाषा।
Financial Market एक ऐसा स्थान है जहां पर Financial Securities कों Create और Exchange किया जाता है।
Create :- जव कोई कंपनी अपने नये शेयर्स को इशु करती है उसे Create of Financial Assets कहते है।
Exchange :- Exchange का मतलव है कि जव कोई कंपनी अपने शेयर्स को इशु करती हैं उसके वाद वह Stock Exchange पर लिस्ट होते है जहां पर Buyer और Seller Shares को ट्रेड करते है।
फाइनेंसियल मार्केट क्या है और कैसे काम करता है।
Financial Market, हमारी मदद करती है कि हम अपनी जमा पूंजी क़ो Most Productive Way में उपयोग कर सके। ज़िससे हम अपने पैसे पर अच्छा return पा सके और बहीं दूसरी तरफ कंपनी को अपने Business को चलाने के लिये फंड मिल जाता है ।
आपका पैसा दो तरह से Financial market में जाता है….
डारेक्ट मेथड(Direct Method) :- इस मेथड में आप स्वंय किसी कंपनी या Mutual Fund आदि में निवेश करते है।
इनडारेक्ट मेथड(Indirect Method) :- इस मेथड में आप स्वंय किसी कंपनी या Mutual Fund आदि में निवेश नही करते है, लेकिन फिर भी आपका पैसा Financial market में जाता है क्योंकि यदि आप अपनी जमा पूंजी कों किसी बैंक में जमा करते है या फिर किसी तरह की F.D कराते है या फिर आप कोई Insurance कराते है वो पैसा Financial market में जाता है।
क्या आपने कभी सोचा है कि आप जो अपना पैसा बैक में जमा करते है उस पर बैक आपको व्याज कैसे देती है बैंक आपके पैसो को दूसरों लोगो या कंपनी को लोन देती है और आपके पैसे को Financial market में निवेश करती है जिससे वह अच्छा रिटर्न पा सके और उसमें से कुछ हिस्सा आपको व्याज के रूपं में दे देती है।
मान लीजिए कि टाटा मोटर्स को फंड की जरूरत हैं तव इसके पास फंड जुटाने के दो रास्ते हैं पहला कि वह किसी बैंक से लोन ले और दूसरा कि वह अपने शेयर्स को Financial Market में इशु करे, जिससे कि टाटा मोटर्स के पैसो की जरुरत पूरी हो सके।
First Scenario :- यदि टाटा मोटर्स बैंक से लोन लेने का निर्णय करती है लेकिन बैंक के पास लोन देने के लिए पैसा कहां से आता है वह आता है पब्लिक से, हम अपनी सेविंग बैंक में डिपॉजिट करते है जिस पर हमें कुछ इंटरेस्ट मिलता है और बैंक उसी पैसे कों बिजनेस को लोन देते हैं।
Second Scenario :- यदि टाटा मोटर्स बैंक से लोन लेने की बजाय Financial market में अपने शेयर इशु कर फंड जुटाना चाहती है तब आप क्या करते हैं। आप अपनी सेविंग को बैंक में जमा करने की वजाय Financial market में टाटा मोटर्स के शेयर खरीद सकते है ताकि आपको अच्छा रिटर्न मिल सके।
इन दोनो Scenario से एक वात साफ हो जाती है कि एक Business के लिए Fund requirement को Public पूरा करती है। चाहे वह Banks और Insurance के जरीए या फिर आप स्वंय Financial market के जरीए किसी कंपनी में निवेश करे।
वित्तीय बाजार(Financial Market) कितने तरह के होते है।
बहुत सारे Financial Market हैं। इसमें हम केवल सबसे लोकप्रिय Financial Markets पर चर्चा करेंगे।
शेयर मार्केट :- शेयर मार्केट वह जगह है जहां आप किसी भी लिस्टेड कंपनी के शेयरों को खरीद या बेच सकते हैं।
बांड मार्केट: बांड को निश्चित आय शेयर्स के रूप में जाना जाता है क्योंकि आप जानते हैं कि परिपक्वता तक रखने पर आपको कितनी नकदी मिलेगी।
कमोडिटी मार्केट: कमोडिटी मार्केट एक ऐसा स्थान है जहां आप प्राकृतिक संसाधनों और वस्तुओं जैसे सोना, चांदी, तांबा, कच्चा तेल और बहुत कुछ खरीद या बेच सकते हैं।
डेरिवेटिव्स मार्केट: डेरिवेटिव एक कॉन्ट्रेक्ट होता है जिसका मूल्य एक किसी स्टॉक या इंडेक्स के समूह पर निर्भर या प्राप्त होता है।
शेयर बाजार क्या है, यह समझने से पहले आपको यह समझना होगा कि स्टॉक या शेयर क्या है।
स्टॉक या शेयर क्या है?
एक स्टॉक किसी भी कंपनी की टोटल वैल्यु का एक हिस्सा होता है। शेयर को स्टॉक के रूप में भी जाना जाता है इसको हम एक उदहरण की मदद से समझते है।
माना, रिलायंस के पास 1000 शेयर हैं और आपने रिलायंस के 1/1000वें हिस्से पर एक शेयर खरीदा है। वास्तव में रिलायंस के पास लाखों शेयर हैं हमने सिर्फ आपको समझाने के लिए ये उदाहरण लिया है। कंपनी के पास 1000 शेयर है जिसमें से आपने 1 शेयर खरीदा है तो इसका मतलव है कि आप रिलायंस कंपनी में 1/1000वें हिस्से के हिस्सेदार है। अव आप भी उस कंपनी के 1/1000वें हिस्से के मालिक है। और अव जैसे-जैसे कंपनी का मूल्य बढ़ता है, वैसे ही आपके स्टॉक की कीमत भी बढेगी।
स्टॉक मार्केट या शेयर मार्केट क्या है?
स्टॉक मार्केट की परिभाषा:- स्टॉक मार्केट एक ऐसी जगह है जहां आप किसी भी लिस्टेड कंपनी के शेयर खरीद या बेच सकते हैं। स्टॉक मार्केट में कंपनी के शेयरों के अलावा आप कमोडिटीज, करेंसी, म्यूचुअल फंड और बॉन्ड आदि में भी निवेश या ट्रेड कर सकते हैं।
शेयर मार्केट की परिभाषा(Share Market Meaning):- शेयर मार्केट एक ऐसी जगह है जहां आप किसी भी लिस्टेड कंपनी के शेयर खरीद या बेच सकते हैं। यानि कि शेयर में सिर्फ शेयर्स ट्रेड होते है इसलिए इसे शेयर मार्केट कहते है।
शेयर बाजार में भी अन्य बाजारों की तरह खरीदार और विक्रेता सौदे पर बातचीत करते हैं। पहले शेयर खरीदने और बेचने की प्रक्रिया ऑफलाइन हुआ करती थी, लेकिन अब यह टेक्नोलॉजी का युग है, इसलिए यह सब ऑनलाइन हो गया है जो स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से किया जाता है। अब अगर आप शेयर खरीदते हैं, तो आप उस विक्रेता को भी नहीं जानते, जिसने आपको शेयर बेचे हैं।
शेयर मार्केट क्या है इसे थोडा गहराई से समझते है।
नीलामी का नाम तो आपने कभी न कभी सुना ही होगा. शेयर मार्केट में भी शेयर के ऊपर नीलामी की जाती है। समझाता हुं कैसे, मान लीजिए आपके पास कुछ शेयर हैं, तो आप केवल उसी को अपने शेयर बेचेंगे जो सबसे ज्यादा बोली लगाएगा या फिर यह मान लिजिए कि अगर आप किसी कंपनी के शेयर खरीदना चाहते हैं, तो आप केवल उन्हीं से खरीदेंगे जो आपको सबसे कम कीमत पर बेचेंगे। इस लिए मैंने आपसे कहा था कि ये नीलामी की तरह काम करता है।
शेयर्स का लेन – देन स्टॉक एक्सचेंज पर होता है, हमारे देश में दो सबसे प्रसिद्ध स्टॉक एक्सचेंज हैं- नैशनल स्टॉक एक्सचेंज और बोम्बे स्टॉक एक्सचेंज। स्टॉक एक्सचेंज स्टॉक खरीदार और विक्रेता के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान करता है।
टेक्नोलॉजी के इस दौर में आप अपने कंप्यूटर या मोबाइल की मदद से किसी भी लिस्टेड कंपनी के शेयर खरीद और बेच सकते हैं। शेयर बाजार में किसी भी कंपनी के शेयर खरीदने और बेचने के लिए आपको एक स्टॉक ब्रोकर की जरूरत होती है। स्टॉक ब्रोकर आपको एक ऐसा प्लेटफॉर्म देता है जिसमें आप शेयर खरीद और बेच सकते हैं।
शेयर बाजार में निवेश करने के लिए आपको किसी भी स्टॉक ब्रोकर के माध्यम से अपना डीमैट और ट्रेडिंग खाता खोलना होगा, उसके बाद आप किसी भी सूचीबद्ध कंपनी में निवेश या ट्रेड कर सकते हैं।
स्टॉक मार्केट किसी भी देश की अर्थव्यवस्था का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, जिस तरह हमें जीने के लिए भोजन और पानी की जरूरत होती है, उसी तरह देश के उद्योगों के विकास के लिए शेयर मार्केट की जरूरत होती है, किसी भी कंपनी को चलाने के लिए पूंजी की जरूरत होती है और पूंजी शेयर बाजार से मिलती है।
शेयर मार्केट कितने तरह का होता है।
शेयर मार्केट को दो भागों में बर्गीकृत किया जाता है – प्राथमिक बाजार और द्वितीयक बाजार
प्राथमिक बाजार :- प्राथमिक बाजार एक ऐसा बाजार है जहां कोई भी कंपनी पहली बार बाजार में अपने शेयर सार्वजनिक रूप से जारी करती है।
सेकेंडरी मार्केट :- जब कोई कंपनी प्राथमिक बाजार में अपने शेयर जारी करती है, तो वे स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होते हैं। स्टॉक एक्सचेंज पर शेयरों को सूचीबद्ध करने के बाद, आप किसी भी मात्रा में शेयर खरीद या बेच सकते हैं। सीधे शब्दों में कहें तो हम जो ट्रेडिंग करते हैं वह सेकेंडरी मार्केट में होती है।
शेयर मार्केट का इतिहास
प्रारंभिक 1300 के दशक: – स्टॉक ट्रेडिंग के शुरुआती संस्करण फ्रांस में शुरू हुआ था, जहां व्यापारी वस्तुओं और सरकारी प्रतिभूतियों का व्यापार करते थे।
1602 :- एम्स्टर्डम स्टॉक एक्सचेंज में हॉलैंड में आधुनिक स्टॉक मार्केट की उत्पत्ति हुई, जहां डच ईस्ट इंडिया कंपनी ने स्टॉक के पहले शेयर बेचे।
1698 :- लंदन स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना जॉन कास्टिंग ने की थी और लंदन एक्सचेंज आज भी चालू है।
1792: न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE), अमेरिका में पहला, वॉल स्ट्रीट पर स्टॉक ब्रोकर्स के एक समूह द्वारा स्थापित किया गया था। जो उस समय एक अराजक व्यवस्था को व्यवस्थित करना चाहते थे।
1849 : अमेरिकन स्टॉक एक्सचेंज (AMEX) की स्थापना कैलिफोर्निया में हुई थी और अंतत: इसमें ऐसी कंपनियां शामिल थीं जो न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होने के लिए सख्त दिशानिर्देशों को पूरा नहीं कर पाती थी।
1896 – डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज इंडेक्स को पहली बार वॉल स्ट्रीट जर्नल में सूचीबद्ध किया गया था, जिसे 12 शेयरों को मिलाकर बनाया गया था और इसका मूल्य 40 अंक था।
1971 :- नैस्डैक की स्थापना हुई। यह इलेक्ट्रॉनिक रूप से शेयरों का व्यापार करने वाला पहला स्टॉक एक्सचेंज था।
शेयर मार्केट का उद्देश्य क्या है?
शेयर मार्केट के दो सबसे अहम उद्देश्य होते हैं, जिनमें पहला है कंपनियों को पूंजी उपलब्ध कराना है ताकि वह कंपनी उस पूंजी का इस्तेमाल कर अपने व्यापार को बढ़ा सके।
इसको एक उदाहरण की मदद से समझते है..
माना कोई कंपनी 100 प्रति शेयर की दर से 1 करोड़ स्टॉक शेयर जारी करना चाहती है, तो शेयर बाजार उस कंपनी को 10 करोड़ पूंजी जुटाने में मदद करेगी, जिसका उपयोग वह कंपनी अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए या अपने कर्ज को कम करने के लिए कर सकती है। यहां कंपनी के मालिक बैंक से उधार लेने के बजाय स्टॉक शेयरों की पेशकश करके, ऋण लेने और उस ऋण पर ब्याज शुल्क का भुगतान करने से बच जाते है।
शेयर मार्केट का दूसरा उद्देश्य है ट्रेडर्स और निवेशक को एक ऐसा बाज़ार उपलब्ध कराना है जहाँ ट्रेडर्स और निवेशक किसी भी लिस्टेड कंपनियों के स्टॉक को खरीद और बेच सकते हैं। निवेशक किसी लिस्टेड कंपनी के स्टॉक को खरीदने से लाभ उठा सकते हैं यदि उस स्टॉक की कीमत उनके खरीद मूल्य से बढ़ जाती है।
उदाहरण के लिए,
यदि कोई निवेशक किसी लिस्टेड कंपनी के शेयर 100 प्रति शेयर पर खरीदता है और कुछ समय बाद शेयर की कीमत 150 प्रति शेयर तक बढ़ जाती है, तो निवेशक अपने शेयर बेच सकता है और अपने निवेश पर 50% रिटर्न कमा सकता है।
हमें उम्मीद है आपको शेयर मार्केट क्या है(Share Market Kya Hai) अच्छे से समझ में आ गया होगा, अगर फिर आपका कोई सबाल रहता है तो आप हमें कमेंट के जरिये जरुर बतायें हमें आपकी सहायता करने में खुशी होगी और शेयर मार्केट क्या है लेख से कुछ सीखने को मिला हो तो अपने दोस्तों के साथ जरुर साझा करे।
धन्यबाद…
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